पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में महाप्रबंधक (प्रभारी) द्वारा राजभाषा के अधिकाधिक प्रयोग पर बल। - At This Time

पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में महाप्रबंधक (प्रभारी) द्वारा राजभाषा के अधिकाधिक प्रयोग पर बल।


फोटो कैप्शन: पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री प्रकाश बुटानी मुंबई के चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक को संबोधित करते हुए।

पश्चिम रेलवे की क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की राजभाषा बैठक दिनांक 26.08. 2022 को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री प्रकाश बुटानी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्‍होंने पश्चिम रेलवे की ई- पत्रिका ‘ई-राजहंस’ के 48वें अंक का विमोचन भी किया। राजभाषा बैठक के प्रारंभ में पश्चिम रेलवे के मुख्य राजभाषा अधिकारी डॉ. छत्र सिंह आनंद द्वारा समिति के अध्यक्ष एवं महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे के सभी विभागों के प्रमुखों, मंडल रेल प्रबंधकों एवं अपर मंडल रेल प्रबंधकों, सभी मुख्‍य कारखाना प्रबंधकों और अन्य अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि हिंदी का सरकारी कार्यालयों में प्रयोग बढ़ाना एक राष्ट्रीय कार्य है क्योंकि आम जनता इस भाषा को अच्छी तरह जानती है और समझती है। भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने में भी हिंदी की विशेष भूमिका है। आजकल आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहे हैं। जब हमारा देश आजाद हुआ था उस समय संचार के साधन बहुत कम थे लेकिन उस समय अधिकतर स्‍वतंत्रता सेनानियों ने अपने विचारों के आदान-प्रदान के लिए हिंदी भाषा को ही चुना था। उन्‍होंने सूचित किया कि प्रधान कार्यालय में राजभाषा का प्रचार-प्रसार एवं प्रयोग बढ़ाने के लिए14 सितम्बर से 29 सितम्बर 2022 तक राजभाषा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। पश्चिम रेलवे में अप्रैल से जून -2022 के दौरान राजभाषा कार्यान्वयन में हुई प्रगति संबंधी आंकड़े समिति के सदस्य सचिव डॉ. सुशील कुमार शर्मा द्वारा प्रस्तुत किए गए।

राजभाषा बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री प्रकाश बुटानी ने समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि भाषा, मानव के भावों तथा विचारों की अभिव्यक्ति का मात्र माध्यम ही नहीं है बल्कि यह समाज और देश को सुदृढ़ बनाने का साधन भी है। भाषा व्यक्ति के साथ-साथ राष्ट्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए हिंदी के गुणों को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान में इसे राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है। हिंदी में देशवासियों की संवेदनाओं को व्यक्त करने की पूर्ण क्षमता है। इसका शब्दकोश बहुत व्यापक है इसलिए इसमें वैज्ञानिक एवं तकनीकी विषय भी समाहित हो सकते हैं।

पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की इस बैठक में पश्चिम रेलवे के वरिष्‍ठ उप महाप्रबंधक श्री नरेश लालवानी, प्रमुख वित्‍त सलाहकार श्रीमती उमा रानडे, प्रमुख मुख्‍य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री हरीश गुप्‍ता, प्रमुख मुख्‍य कार्मिक अधिकारी श्री सुरेन्‍द्र कुमार, प्रमुख मुख्‍य सुरक्षा आयुक्‍त श्री पी. सी. सिन्‍हा, प्रमुख मुख्‍य परिचालन प्रबंधक श्री चितरंजन स्‍वैन, मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर, सभी छह मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधक और छह कारखानों के मुख्‍य कारखाना प्रबंधक उपस्थित थे। अंत में वरिष्‍ठ राजभाषा अधिकारी श्री सुरेशचन्‍द्र के धन्‍यवाद ज्ञापन से बैठक समाप्‍त हुई।

Report by :- Keyur Thakkar

Ahmedabad


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