देशज औषधीय वनस्पति गांजा - At This Time

देशज औषधीय वनस्पति गांजा


कोई तो कहे ...
02 / रविवार 05 नव. 2023

देशज औषधीय वनस्पति गांजा

गांजा- भांग को नशीले पदार्थों में रखा गयाहै, वैसे नशा तो
चाय- कॉफी- तम्बाकू - ताड़ी- अफ़ीम
और शराबू में भी है पर नारकोटिक्स अंतर्गत शराब अफीम और गांजा भांग को ही रखा है, पर इनमें सभी
की प्रकृति अर्थात मिज़ाज़ अलग-अलग है, मसलन
गाँजा की चिलम पीकर कभी किसी ने रेप अथवा मर्डर
जैसे अपराध नहीं किए

पिछले दिनों (0ct. 2023) मध्यप्रदेश के धार जिले की
मनावर तहसील के ग्राम पिपल्या खुर्द के किसान सीताराम के खेत से
7लाख रुपए मूल्य के 630गाँजापौधे
बरामद किए गए क्योंकि यह नारकोटिक्स अपराध है
पर
जब जब हरिद्वार प्रयागराज उज्जैन नासिक में कुंभ आयोजन
होता है तब प्रशासन व मीडिया के सामने अरबों-खरबों के
गांजे का क्रय-विक्रय व उपयोग होता है और वह कई टन भार
गांजा कहीं तो पैदा होता होगा

क्या कुंभ के समय कोई
कानूनी प्रावधान शिथिल कर दिए जाते हैं? ऐसा इसलिए कि
एक भी केस दर्ज नहीं होता है क्योंकि गांजा एक
औषधीय वनस्पति है जिसके सेवन से स्वास्थ्य सुधार होता
है और समाज के लिए शराब जैसा कोई खतरा नहीं है

गांजा व भांग बिना अधिक खर्च के सहज ही उपजने वाली देशज वनस्पतियां हैं जिनका अच्छा बाजारभाव है तो किसानों को
इसकी लाइसेंसी खेती करने देने में क्या बाधा है ? शासन की राजस्व आय बढ़ेगी और किसानों की
सदा-सर्वदा की ऋणग्रस्तता में कमी आएगी

होम्योपैथी में मानसिक तनाव, अनिद्रा, अवसाद आदि मनोरोगों में काम आने वाली 2 सार्थक दवाएं ~ Cannabis Indica Q एवं Cannabis Sativa Q
क्रमश: गांजा व भांग से ही बनती हैं पर इन देशज हर्ब्स का कच्चा माल विदेशों से मंगाया जाता है, क्या यह सही है ?

आयुर्वेदिक शास्त्रोक्त दवाओं
मृतसंजीवनीसुरा, अहिफेनासव,
मधुकासव और सूचीवेध (Injectables) पर जो प्रतिबंध है, उस पर भी पुनर्विचार की आवश्यकता है

गांजा रखना बेचना
है घोषित अपराध !
तृप्तानंद पर कुंभ में
किसको रहता याद !!

स्वामी तृप्तानंद
8963968789 wtsp
मेवासा,सावरकुंडला, अमरेली गुज.


આ પ્રકારના તમામ સમાચાર માટેે App ડાઉનલોડ કરો.