प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए 1575 करोड़ रुपए की तीन परियोजनाओं की सौगात दी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए 1575 करोड़ रुपए की तीन परियोजनाओं की सौगात दी
प्रधानमंत्री ने हरियाणा से वर्चुअल माध्यम से देश भर में 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक की 114 सड़क विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल गांधीनगर से सहभागी हुए
गुजरात की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाएः-
• अहमदाबाद में 1295 करोड़ रुपए के खर्च से साबरमती नदी पर 8-लेन शास्त्री ब्रिज सहित नारोल से सरखेज जंक्शन तक सिक्स लेन एलिवेटेड कॉरिडोर
• राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर वाव चौकड़ी-सतलासणा-खेरालु तक की 23 किमी की सड़क को 151 करोड़ रुपए के खर्च से 4-लेन बनाया जाएगा
• अमरेली के गावडका चौकड़ी से बगसरा तक की 19 किमी लंबी सड़क को 129 करोड़ रुपए के खर्च से 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा
गुजरात में एक दशक में केंद्र सरकार ने 66 हजार 470 करोड़ रुपए की 199 परियोजनाओं को मंजूरी दी है
गांधीनगर 11 मार्चः प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए एक ही दिन में 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक की 114 परियोजनाओं का हरियाणा से वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं से गुजरात को 1575 करोड़ रुपए के कुल 53 किलोमीटर के तीन कार्यों की सौगात दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल गांधीनगर में आयोजित कार्यक्रम में सहभागी हुए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को जिन परियोजनाओं की भेंट दी है उनमें कुल 53 किलोमीटर लंबाई की तीन परियोजनाएं शामिल हैं।
पहली परियोजना के अंतर्गत 1295 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से अहमदाबाद शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग-47 पर साबरमती नदी पर 8-लेन शास्त्री ब्रिज सहित नारोल जंक्शन से सरखेज जंक्शन तक 10.630 किलोमीटर के 6-लेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।
नारोल से सरखेज तक का यह राष्ट्रीय राजमार्ग-47 अहमदाबाद महानगर पालिका की सीमा से होकर गुजरता है। यह राजमार्ग अहमदाबाद शहरी क्षेत्र के जुहापुरा और नारोल विशाला के बीच से गुजरता है, इसलिए वहां यातायात जाम की भारी समस्या उत्पन्न होती है तथा क्रॉस ट्रैफिक के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के कारण यह ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है।
इन समस्याओं का निवारण करने के लिए तथा ईंधन एवं समय की बचत के लिए भारत सरकार ने विशाला से सरखेज तक के हाईवे पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का निर्णय किया है। इस मार्ग पर साबरमती नदी पर मौजूदा शास्त्री ब्रिज के स्थान पर नए 8-लेन पुल का भी समावेश किया गया है।
दूसरी परियोजना के अंतर्गत भारत सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग-58 वाव चौकड़ी, सतलासणा से वृंदावन चौकड़ी, खेरालु तक की 23.00 किलोमीटर लंबी मौजूदा 2-लेन सड़क को 151 करोड़ रुपए के खर्च से 4-लेन बनाने का काम मंजूर किया है। 23 किमी लंबी यह सड़क अभी 2-लेन है और इसके आगे और पीछे की सड़क 4-लेन होने के कारण यहां भारी वाहनों की आवाजाही भी रहती है। इस परियोजना के पूर्ण होने से यह सड़क संपूर्ण रूप से 4-लेन की हो जाएगी।
यह सड़क जिला मुख्यालयों, मुख्य जिला स्थलों, औद्योगिक, पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों मेहसाणा, वडनगर, पालनपुर, तारंगा वन्य जीवन, आंबाघाट क्वोरी, दाँता व अंबाजी मंदिर तथा उत्तर गुजरात एवं राजस्थान राज्य के बीच की मुख्य कड़ी के रूप में भी काम करती है और यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद विख्यात अंबाजी मंदिर तक चार मार्गीय कनेक्टिविटी मिलेगी।
तीसरा प्रोजेक्ट सौराष्ट्र के अमरेली जिले के लिए मंजूर हुआ है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 351 के गावडका चौकड़ी से बगसरा तक के 19.973 किलोमीटर लंबे मार्ग को 129 करोड़ रुपए की लागत से 10 मीटर चौड़ा करने का कार्य किया जाएगा। इस मार्ग से महुवा, सावरकुंडला, अमरेली, राजूला, पीपापाव बंदरगाह आदि रूट से बगसरा, वडिया तथा जेतपुर की ओर जाने वाले वाहन गुजरते हैं। यह मार्ग महुवा बंदरगाह, कुंडला, अमरेली तथा बगसरा होकर जेतपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ जुड़े रूट के बीच की एक महत्वपूर्ण अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी है। वहाँ कई सारे जिला मुख्यालय, जिला स्थल हैं। वहाँ कई व्यापार केन्द्र मत्स्योद्योग, समुद्री उत्पाद तथा पॉल्ट्री फार्म के रूप में विकसित हैं। यह मार्ग आर्थिक गतिविधियों में सुधार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण लिंक होगा, जो राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 51 तथा 27 के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
इन तीन प्रोजेक्टों के शिलान्यास के अलावा राज्य में हाल में अहमदाबाद-गांधीनगर (एसजी) राजमार्ग का छह मार्गीयकरण, ओखा व बेट द्वारका को जोड़ने वाला सुदर्शन सेतु, राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 341 के भुज से धरमशाला के सेक्शन का 10 मीटर चौड़ीकरण कार्य, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस वे पर वडोदरा-भरूच सेक्शन, राष्ट्रीय राजमाग सं. 751 पर पिपळी से भावनगर सेक्शन का चार मार्गीयकरण आदि कार्यों का लोकार्पण किया गया।
इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 27 पर सामखियाळी से सांतलपुर राजमार्ग का छह मार्गीयकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 147 पर इस्कॉन जंक्शन से साणंद जंक्शन के बीच 4 किलोमीटर के एलिवेटेड कॉरिडोर का 530 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 168-जी पर मेहसाणा से इडर रोड के कुल 81.300 किलोमीटर मार्ग का 1155 करोड़ रुपए की लागत से चार मार्गीयकरण, चिलोडा के निकट साबरमती नदी पर 68 करोड़ रुपए की लागत से आठ मार्गीय ब्रिज आदि के कार्यों का शिलान्यास भी किया गया, जिससे गुजरात के विकास को एक नई गति मिली है।
यहाँ उल्लेख करना आवश्यक है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने गुजरात के लिए पिछले एक दशक में कुल 66 हजार 470 करोड़ रुपए की लागत वाली लगभग 199 सड़क विकास परियोजनाएँ मंजूर की हैं।
मुख्य सचिव श्री राज कुमार ने इस अवसर पर स्वागत संबोधन में कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र का सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण गुजरात के विकास को गति देगा। उन्होंने बताया कि हाल में गुजरात में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अधीनस्थ 1037 किलोमीटर के 31,076 करोड़ रुपए के कार्य तथा राज्य सरकार अधीनस्थ राष्ट्रीय राजमार्ग के 638 किलोमीटर के कुल 4162 करोड़ रुपए के कार्य प्रगति पर हैं।
अहमदाबाद पश्चिम के सांसद श्री किरीटभाई सोलंकी ने प्रासंगिक संबोधन किया। इस कार्यक्रम में विधायक श्री अमितभाई ठाकर, श्री सरदार चौधरी, सड़क एवं भवन विभाग के सचिव श्री ए. के. पटेल, विशेष सचिव श्री सी. आर. पटेलिया, एनएचएआई एवं राज्य के सड़क एवं भवन विभाग के उच्चाधिकारी, पार्षद आदि उपस्थित रहे।
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