घड़ी के कांटे रुक गये,हाथ से तीर कमान छूट गया, और कमल का फूल फिर से खिल गया। - At This Time

घड़ी के कांटे रुक गये,हाथ से तीर कमान छूट गया, और कमल का फूल फिर से खिल गया।


*घड़ी के कांटे रुक गये,हाथ से तीर कमान छूट गया,*
*और कमल का फूल फिर से खिल गया।*

शोएब म्यानुंर मुंबई

मुंबई : महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा जलजला आया वो भी ऐसा कि *
*घड़ी के कांटे रुक गये,हाथ से तीर कमान छूट गया,*
*और कमल का फूल फिर से खिल गया।*
महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस, और शिवसेना द्वारा गठबंधन कर 2019 में नई सरकार बनाई थी। आज ठीक ढ़ाई साल बाद शिवसेना में असंतोष के कारण फूट पडी और एकनाथ शिंदे बगावत पर उतरे। जिसके बाद एक बड़ा राजनीतिक जलजला आया और बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई। एक के बाद एक विधायक उद्धव ठाकरे को चकमा दे कर शिंदे गुट में शामिल होने लगे। पहले 17 फिर 34 और बाद में 52 विधायकों ने बगावत की और शिवसेना से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा की और भाजपा से हाथ मिलाया और अब एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फडणवीस की बैठक के बाद भाजपा के देवेन्द्र फडणवीस राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारीजी से मुलाकात कर अपना बहुमत साबित कर उपमुख्यमंत्री पद संभाला हैं, और मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे पद संभालेंगे।और आज ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री पद पर एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री पद पर देवेन्द्र फडणवीस ने राज्यपाल के सामने शपथविधी । और महाराष्ट्र के इतिहास में एक मुख्यमंत्री के इस्तीफे के 24 घंटे के भीतर आज शाम को 7.30 बजे मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद का मिडिया की मौजूदगी में लाईव शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ।

इसी लिए कहा गया कि
*घड़ी के कांटे जिस तरह से चलते थम गये, ठीक उसी समय हाथों से तीर कमान छूट गया,*
*और कमल का फुल खिल गया।*


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